अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के आई0ई0टी संस्थान ने देशव्यापी लाॅकडाउन में वर्क फ्राम होम के तहत आॅनलाइन बोर्ड आॅफ स्टडीज की बैठक की। बैठक में संस्थान में संचालित इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग, इलेक्ट्रिकल विभाग, कंप्यूटर साइंस विभाग तथा इनफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी विभाग की बोर्ड आॅफ स्टडीज संपन्न हुई। बोर्ड आॅफ स्टडीज की बैठक में वाह्य विशेषज्ञों में एम0एन0आई0टी0 इलाहाबाद के निदेशक प्रो0 राजीव त्रिपाठी, आई0आई0एम0टी0 मेरठ के कुलपति प्रो0 वी0के0 सिंह तथा विश्वविद्यालय आई0ई0टी0 संस्थान के
बोर्ड आॅफ गवर्नेंस के चेयरमैन एवं कुलपति, एमिटी विश्वविद्यालय गुरूग्राम के प्रो0 पी0 बी0 शर्मा रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित भी आॅनलाइन बोर्ड आॅफ स्टडीज की बैठक में शामिल रहे।
बैठक में कुलपति प्रो0 दीक्षित ने वाह्य विशेषज्ञों का स्वागत किया और कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव को देखते हुए देशव्यापी लाॅकडाउन में संस्थान के छात्र-छात्राओं को किस प्रकार पाठ्यक्रम से
सम्बन्धित अध्ययन-अध्यापन कराया जाये इस पर विशेषज्ञों से विस्तृत चर्चा की। बैठक में विशेषज्ञों द्वारा 2020-21 सत्र के लिए अध्यादेश, पाठ्यचर्या, प्रायोगिक एवं सेशनल परीक्षा पर विस्तार से चर्चा की गई जिसमें सभी ने सहमति प्रदान की। बैठक में संस्थान के निदेशक प्रो0 रमापति मिश्र सहित डाॅ0
बृजेश भारद्धाज, इं0 पारितोष त्रिपाठी, इं0 विनीत सिंह, इं0 रमेश मिश्र, इं.परिमल त्रिपाठी आदि शिक्षक शामिल रहे।
नवाचार तकनीक विकसित करने की आवश्यकताः कुणाल सिल्कू
छोटे-छोटे उद्योग की शुरुआत करके देश की अर्थव्यवस्था को बचाया जा सकताः कुलपति
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट सेल द्वारा पोस्ट कोविड-19 चैलेंज फॉर जॉब सीकरस एंड इंटरप्रेन्योरविषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबीनार के उद्घाटन में मुख्य अतिथि कुणाल सिल्कू, मैनेजिंग डायरेक्टर स्किल डेवलपमेंट उत्तर प्रदेश ने प्रतिभागियों से कहा कि देशव्यापी लाॅकडाउन में नौकरी और उद्यमियों के लिए चिंतन करने की जरूरत है। इसके साथ ही नवाचार तकनीक विकसित करने की भी आवश्यकता है, जिससे कि भविष्य में नई आपदाओं से निपटा जा सके। वर्तमान समय में इस तरह की वेबीनार बहुत ही सराहनीय कदम है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने कहा कि कोविड-19 की महामारी के बाद अर्थव्यवस्था बचाये रखने के लिए उद्यमियों को आगे आना पड़ेगा। इसके लिए छोटे-छोटे उद्योग से शुरूआत करके लोगों को रोजगार मुहैया कराना होगा। जिससे देश की बेरोजगारी भी कम होगी और अर्थव्यवस्था को भी बचाया जा सकेगा। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मेंबर क्रिस भारतीय रेलवे के विनीत गोयंका ने प्रतिभागियों से स्टार्टअप पर जोर देने की बात कही। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो0 एसएन शुक्ला ने स्किल डेवलपमेंट, आइडिया पेटेंट सर्टिफिकेशन कोर्स ऑनलाइन वेबीनार आदि विषयों पर अपनी बात रखी।
वेबिनार में डॉ0 सुधीर नारायण सिंह, मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने प्रतिभागियों को नए-नए स्किल, स्टार्टअप और रिसर्च पर ध्यान देने की बात कही। प्रो0 विनोद सिंह, वाइस चांसलर आईएमटी यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ाने के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट को आगे आने की बात कही। प्रो0 एसपी शुक्ला डायरेक्टर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बांदा ने शॉर्ट टर्म कोर्स को बढ़ावा देने पर चर्चा की। प्रो0 नरेंद्र कोहली एचबीटीआई कानपुर ने कहा कि आज के समय में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देना बहुत आवश्यक है। प्रो0 अनिल अग्रवाल, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर आईआईटी बीएचयू ने बताया कि कोविड-19 की वजह से इस वर्ष छात्रों का प्लेसमेंट जो बड़ी-बड़ी कंपनियों में होता था वह बहुत प्रभावित हुआ है, इसके लिए नए आयामों के लिए प्रयास करना पड़ेगा।
वेबिनार के उद्घाटन में प्लेसमेंट सेल की निदेशक डॉ0 गीतिका श्रीवास्तव ने कार्यंक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए संचालन किया। प्लेसमेंट सेल के कोऑर्डिनेटर राजीव कुमार ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। वेबिनार के तकनीकी सत्र में प्रो0 मंदार नायक, आई0आई0एम0 उदयपुर ने वेस्ट मैनेजमेंट और गारवेज कंट्रोल और टाइम मैनेजमेंट को इस लॉक डाउन की अवधि में नया आयाम देने की बात कही। प्रो0 कल्याण ने 18 प्रकार की अलग अलग स्किल टेक्निक बताई जो स्टार्टअप में आती है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट इंजीनियर पल्लवी सोनी आईबीएम ने नौकरी करने वालों के लिए सर्टिफिकेशन को अनिवार्य बताया है और वर्क फ्रॉम होम के बारे में वृहद जानकारी दी। विवेक कुमार, सीनियर आर्किटेक्ट वॉलमार्ट ने उद्यमियों में नए नए विकल्प खोजने के प्रयास का सुझाव दिया। अनिल कुमार, इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एक्सपर्ट केपीएमजी ने वर्क फ्रॉम होम में डाटा चोरी को
रोकने और नए एप्लीकेशन के बारे में जानकारी दी। शशांक श्रीवास्तव, सीनियर आर्किटेक्ट टीसीएस ने बताया कि यूएसए में वैश्विक मंदी का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। इन चुनौतियों को स्वीकार कर नए विकल्पों पर ध्यान देना होगा।
प्रो0 डी सेंथिल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने नए-नए लोकल स्टार्टअप और सिडबी की योजनाओ पर प्रकाश डाला। डॉ0 शिवम त्यागी रिसर्च सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया यूएसए ने आइडिया पेटेंट की बात की और वर्क फ्रॉम होम में नए विचारों का आदान-प्रदान कर कैसे नए स्टार्टअप करें इस विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। कर्नल ओम प्रकाश यादव सिग्नल डिवीजन इंडियन आर्मी ने कठिन समय में अपने मनोस्थिति को बनाए रखना और चुनौतियों को स्वीकार कर नए विकल्प तलाशने पर जोर दिया। कार्यक्रम में आईक्यूएसी के निदेशक प्रो0 अशोक शुक्ला, प्रो0 आरएन राय एवं इंजीनियरिंग संस्थान के डायरेक्टर प्रो0 रमापति मिश्रा ने इंडस्ट्री एक्सपर्ट से एक-एक
करके अलग-अलग विषयों पर चर्चा की और भविष्य की रूपरेखा तैयार की।प्लेसमेंट सेल के कोऑर्डिनेटर राजीव कुमार ने बताया कि इस वेबिनार 200 शिक्षाविदों, उद्यमियों, एचआर एक्सपर्ट, तकनीकी सहायक, विदेश के प्रोफेसर और कंपनियों के मैनेजर ने प्रतिभाग किया। जिसमें आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट, पीसीएस, एरिकसन, वॉलमार्ट, एससीएल आदि कंपनियों के एक्सपर्ट रहे। कार्यक्रम में इं0 अखिलेश मौर्य, इं0 मनीषा यादव, इं0 परितोष त्रिपाठी, इं0 रमेश मिश्रा ने तकनीकी सहयोग प्रदान
0 comments: