रिपोर्ट:दृष्टान्त हेम
अयोध्या। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक करते हुए जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने सभी कार्यालय अध्यक्षों से कहा कि अपने कार्यालय में अनिवार्य रूप से सभी कर्मचारियों को मास्क पहनने को कहे, उन्होंने सभी को अपने कार्यालय में सैनिटाइजर, सेंसर सैनेटजर रखने के साथ-साथ इंफ्रा, थर्मामीटर रखने को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक कर्मचारी को इस कार्य में लगाया जाए कि वह प्रतिदिन कार्यालय में आने वाले कर्मचारियों व बाहर से आने वाले लोगों की थर्मल स्कैनिंग कर उनके हाथों को सैनिटाइज करने को कहें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जरा भी कोताही बरतने की आवश्यकता नहीं है। काम सब होना है। लॉक डाउन से लेकर अब तक कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए जो भी कार्य हुए हैं, हम लोग इतनी सुरक्षा के साथ किये है कि चाहे डॉक्टर हो मेडिकल स्टाफ, पुलिस, प्रशाशनिक अधिकारी, कर्मचारी, निगरानी समिति के सदस्य कोई भी संक्रमित नहीं होने पाया, यह अच्छी बात है।
जनपद में एक से डेढ़ लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि हर जनपद में 1 लाख से डेढ़ लाख लोगों को रोजगार प्रदान किया जाना हैं। वर्तमान में जनपद में 75000 श्रमिक मनरेगा के तहत कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सभी कार्यालय अध्यक्ष व निर्माण इकाइयों से कहा की लॉक डाउन
के पूर्व जो भी निर्माण कार्य हो रहे थे उन्हें तेजी से पूरा कराया जाए। और जिन कार्यों की स्वीकृति तथा धनराशि शासन से प्राप्त हो गई हैं उन्हें बिना देरी किए हुए प्रारंभ कराया जाए, उसके लिए स्वीकृति लेने की आवश्यकता नहीं है। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा यदि हम हर व्यक्ति को मास्क पहनाने और सोशल डिस्टेंस में बनाए रखने में सफल रहे तो हम निश्चित रूप से कह सकते हैं, जनपद में कम्युनिटी स्प्रेड नहीं होगा। उन्होंने विभागों से कहा जिन विभागों ने मनरेगा के तहत कार्य प्रस्ताव अभी तक नहीं दिए हैं, वह 2 दिन के अंदर प्रस्ताव देकर कार्य प्रारंभ कराये। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत, पंचायत रोजगार के अच्छे अवसर पैदा कर सकता है, बैठक में उन्होंने उपजिलाधिकारी तथा उप श्रम आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि शासन व सरकार के निर्देश हैं कि ईट भट्टे पर कार्य कर रहे सभी श्रमिकों की सकुशल वापसी उनके जनपद के निकटम रेलवे स्टेशन तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाकर कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन से जाने वाले श्रमिकों का किराया ईट भट्ठा मालिक द्वारा दिया जाना है। उन्होंने कहा कि ईट भट्टा मालिकों से उनके यहां कार्य कर रहे श्रमिकों के संख्या के आधार पर धनराशि जमा करा लें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह प्रयास करेगा कि 13 जून को श्रमिकों के लिए जाने वाली पहली ट्रेन जनपद अयोध्या से रवाना की जाए। ईंट भट्ठा पर राजस्थान, झारखंड, उड़ीसा, बिहार आदि प्रदेशों के श्रमिक कार्य कर रहे हैं।उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि प्रत्येक ईट भट्ठा मालिक से यह प्रमाणपत्र ले लिया जाए कि उन्होंने अपने यहां कार्य कर रहे सभी श्रमिकों के पारश्रमिक का पूर्ण भुगतान कर दिया है।
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