प्रतीकात्मक फोटो |
रिपोर्ट:दृष्टान्त हेम
अयोध्या। श्री राम जन्म भूमि परिसर में विराजमान रामलला स्थल पर भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें पूर्व में निर्धारित 140 फीट की ऊंचाई को 161 फीट और 218 पिलर की जगह 312 पिलर और अब तीन गुंबद के स्थान पर पांच गुंबद का निर्मित होगा राम मंदिर, यही नहीं सत्तर एकड़ अधिग्रहित संपूर्ण भूमि को राम भक्तों के लिए आकर्षक और दर्शनीय बनाने के लिए भी ट्रस्ट के सदस्यों के बीच गंभीर चिंतन चल रहा है। योजना बनाई गई है कि विश्व स्तरीय राम मंदिर निर्माण में देश के 4 लाख गांव के 10 करोड़ परिवार आर्थिक सहयोग के माध्यम से अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उक्त जानकारी देते हुए बताया ट्रस्ट का लक्ष्य साफ है कि राम मंदिर का निर्माण विश्वस्तरीय, राम भक्तों और संत-धर्माचार्यों के अंतर्मन में स्थापित कल्पना और मनो भावना के अनुसार ही हो। उन्होंने बताया कुछ इस तरह की योजना तैयार की गई है, देश के चार लाख गांव के सभी कालोनियों के लोग राम मंदिर निर्माण में सहयोग करके अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके, इसके लिए देश के दस करोड़ राम भक्तों से संपर्क कर आर्थिक सहयोग जुटाया जाएगा, उन्होंने कहा कि आर्थिक सहयोग लोगों की अपनी इच्छा और श्रद्धा पर आधारित होगा, न की जबरदस्ती। उन्होंने जानकारी दी कि सभी निर्णय ट्रस्ट की बैठक में मौजूद 11 सदस्य और ऑनलाइन मौजूद चार अन्य सदस्यों की उपस्थिति में 3 घंटे की मंत्रणा के बाद सर्वसम्मति से लिया गया।
श्री राय ने यह भी जानकारी दी कि राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी को ट्रस्ट की ओर से 3 अगस्त और 5 अगस्त की तो तिथियों के प्रस्ताव का आमंत्रण भेज दिया गया है, प्रधानमंत्री कार्यालय देश की सीमाओं की स्थिति और वैश्विक महामारी कोरोना, कोविद 19 की स्थितियों को देखते हुए भूमि पूजन कार्यक्रम के संबंध में निर्णय लेगा ।
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